ऐन एस्केप

[नादिया का दृष्टिकोण]

मैं बैठी इंतजार कर रही हूँ, अपने दरवाजे को घूरते हुए, जब तक कि मेरा खाना लाने वाला व्यक्ति दिखाई नहीं देता। जब वे आते हैं, तो मैं अपनी सबसे दयनीय शक्ल बनाकर देखती हूँ, और वे मेरी ट्रे नीचे रखते हैं और फिर मेरी कलाईयों को खोलते हैं ताकि मैं खाना उठा सकूं।

जैसे ही मैं आज़ाद ह...

Login to Unlock ChaptersPromotion